
अमृतसर में प्लास्टिक बैग्स के उपयोग पर प्रतिबंध के बावजूद, इनका व्यापक उपयोग जारी है, जिससे पर्यावरणीय संकट गहराता जा रहा है। शहर के बाजारों, दुकानों और खाद्य विक्रेताओं के बीच प्लास्टिक बैग्स का खुला उपयोग देखा जा सकता है, जो प्रशासनिक निष्क्रियता को दर्शाता है।
प्रतिबंध के बावजूद जारी उपयोग
पंजाब सरकार ने 2016 में प्लास्टिक कैरी बैग्स के निर्माण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया था। हालांकि, अमृतसर में यह प्रतिबंध केवल कागजों तक सीमित रह गया है। शहर के विभिन्न हिस्सों में प्लास्टिक बैग्स का उपयोग धड़ल्ले से हो रहा है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासनिक स्तर पर इस प्रतिबंध को प्रभावी ढंग से लागू नहीं किया गया है ।
प्रशासनिक कार्रवाई और उसकी सीमाएं
हाल ही में, अमृतसर नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने कुछ दुकानों पर छापेमारी कर 70 किलोग्राम प्रतिबंधित प्लास्टिक जब्त किया और चालान जारी किए । इसके बावजूद, प्लास्टिक बैग्स का उपयोग शहर में व्यापक रूप से जारी है, जो प्रशासनिक कार्रवाई की सीमाओं को दर्शाता है।
पर्यावरणीय प्रभाव
प्लास्टिक बैग्स के अत्यधिक उपयोग से न केवल नालियों का जाम होता है, बल्कि यह पशुओं के लिए भी खतरनाक है। इसके अलावा, प्लास्टिक कचरे के कारण मिट्टी और जल स्रोतों का प्रदूषण बढ़ रहा है, जिससे मानव स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
समाधान और सुझाव
स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह प्रतिबंध के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नियमित निगरानी और सख्त कार्रवाई करे। इसके साथ ही, नागरिकों को प्लास्टिक बैग्स के विकल्प, जैसे कि कपड़े या जूट के थैलों के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। शिक्षण संस्थानों और सामुदायिक केंद्रों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को प्लास्टिक के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी जा सकती है।
अमृतसर में प्लास्टिक बैग्स के उपयोग पर प्रतिबंध को प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन और नागरिकों दोनों को मिलकर प्रयास करने होंगे। केवल तभी हम अपने पर्यावरण को सुरक्षित और स्वच्छ बना सकते हैं।